आंबेडकरवादी गजलों की पहचान व उनके मानक तय करने के लिए एक साल तक चलनेवाले नदलेस के इस विशेष आयोजन का आगाज तेजपाल सिंह ‘तेज’ के गजल संग्रह ‘कौन दिशा में उड़े चिरैया’ से किया गया। पढ़ें, डॉ. अमित धर्मसिंह की यह रिपाेर्ट