जाति-आधारित जनगणना और तत्पश्चात उसके आधार पर ओबीसी आरक्षण कोटे के विस्तार और वैज्ञानिक उपवर्गीकरण से वे सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन हो सकते हैं, जिनकी कल्पना संविधान में की गई है। बता रहे हैं श्याम कुमार
जाति-आधारित जनगणना और तत्पश्चात उसके आधार पर ओबीसी आरक्षण कोटे के विस्तार और वैज्ञानिक उपवर्गीकरण से वे सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन हो सकते हैं, जिनकी कल्पना...