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Ashish alexander

Phule’s tribute to those who opened his ‘third eye’
Phule’s play, ‘Tritya Ratan’, was not only a battle cry for the education of Indian masses long neglected...
नाटक तृतीय रत्न : आंख खोलने वालों के प्रति फुले की श्रद्धांजलि
यह कहा जा सकता है कि फुले का ‘तृतीय नेत्र’ नाटक न केवल भारत की उस जनता की...