author

Ayaz Ahmad

Ayodhya, Sambhal, and Ajmer: Without the Ashraaf gospel, there would be no Hindutva playbook
While the Brahmin-Savarna experimented with strategies to mobilize the majority through various political projects, including Hindutva, at different...
अशराफ प्रतिनिधियों व भागवत के बीच बैठक का निहितार्थ
अशराफ समुदाय के आरएसएस-भाजपा परिवार में शामिल होने से ‘उग्रवादी हिंदुत्व’ की सिर्फ एक जड़ ‘अशरफों की इस्लामिक...
‘यह सवर्ण-अशराफ राजनीति से हिजाब उठाने का वक़्त है’
भारतीय राजनीति में यह देखा गया है कि जब दलित, पिछड़े, आदिवासी बहुजन अपनी पहचान को स्थापित कर...