author

Hilal Ahmed

कर्मकांड नहीं, सिद्धांत पर केंद्रित धर्म की दरकार
आंबेडकर की धर्म की सिद्धांत-केंद्रित व्याख्या, धर्मावलंबियों को इस बात के लिए प्रोत्साहित करती है कि वे धर्म...
‘मुस्लिम समाज के भीतर के सच को जानना आवश्यक’
फुले ने जब ‘गुलामगिरी’ लिखी तो उन्होंने उन प्रक्रियाओं का इतिहास समझने की कोशिश की, जिनके माध्यम से...
पसमांदा मुसलमानों का भगवाकरण क्यों करना चाहती है भाजपा?
भाजपा की नीति ने भारत को 'खैराती राज्य' में बदल दिया है। मोदी सरकार जिस राज्य का प्रतिनिधित्व...
इस कोण से समझें दलित-पसमांदा विमर्श
तुर्क-ए-फ़िरोज़शाही से लेकर आइने-अकबरी तक जैसे ग्रंथ हमें बताते है कि मुस्लिम समुदायों में जाति और कबीलाई पहचान...