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Janardan Gond

इतिहास पर आदिवासियों का दावा करतीं उषाकिरण आत्राम की कविताएं
उषाकिरण आत्राम इतिहास में दफन सच्चाइयों को न सिर्फ उजागर करती हैं, बल्कि उनके पुनर्पाठ के लिए जमीन...
पद्मश्री रामचंद्र मांझी : नाच हऽ कांच बात हऽ सांच
रामचंद्र मांझी ने अपना पूरा जीवन भिखारी ठाकुर के लौंडा के रूप में व्यतीत किया। लेकिन उनके योगदान...
उत्तर प्रदेश : जब मिले कांशीराम और मुलायम सिंह यादव
यह गठबंधन ऐसा गठबंधन साबित हुआ, जिसने एक झटके में ही पिछड़ी और दलित राजनीति को उम्मीद से...
मायावती की ‘माया’ के निहितार्थ
उत्तर प्रदेश के चुनाव के बाद बसपा की हालिया तबाही पर कई मंचों पर विचार हो रहा होगा।...
सोहराई के बदलते स्वरूप पर चिंतन और सांस्कृतिक हमलावरों की पहचान आवश्यक
हाल के दिनों में आदिवासियों का सोहराई पर्व सुर्खियों में है। प्रो. रजनी मुर्मू ने इस पर्व के...
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