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समाज और संस्कृति

तंगलान : जाति और उपनिवेशवाद का सच खोदती एक फिल्म
पारंपरिक लिखित इतिहास के हाशिए पर रहे समूहों को केंद्र में रखकर बनाई गई पा. रंजीत की नई फिल्म ‘तंगलान’ भारत के अतीत और उसके ज़रिए उसके वर्तमान को समझने के नए रास्ते प्रदान करती...
आरएसएस और जाति का सवाल
एक तरफ संविधान दिवस मनाना, संविधान के प्रति नतमस्तक होना और दूसरी तरफ लगातार संविधान बदलने की बातें करते रहना, आरएसएस की एक ऐसी रणनीति है जो दलित-आदिवासी-ओबीसी समुदाय को निरंतर विभ्रम में डालती रहती...
मत कहिए फूलन देवी को ‘बैंडिट क्वीन’
फूलन देवी ने एक ऐसी मिसाल छोड़ी है, जिसे हमें हमेशा याद रखना चाहिए। उनकी जीवनगाथा हमें यही सिखाती है कि वंचितों की लड़ाई और उनका साहित्य केवल रोने-धोने तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि...
ब्राह्मण से अश्वेत : कमला हैरिस की अनूठी यात्रा
ब्राह्मण जाति की सामाजिक पृष्ठभूमि के चलते, कमला हैरिस की मां के लिए एक बिलकुल भिन्न सांस्कृतिक विरासत वाले अश्वेत पुरुष से विवाह करना सचमुच क्रांतिकारी रहा होगा। पढ़ें, प्रो. कांचा आइलैय्या शेपर्ड का यह...
अब अबोल बना दिए गए लोगों को बोलने दीजिए
जमीन के लिए संघर्ष करने वाली दलित-बहुजन महिलाएं बोल सकती थीं, बोल सकती हैं। उनके सामने मंच पर...
बहुजनों के वास्तविक गुरु कौन?
अगर भारत में बहुजनों को ज्ञान देने की किसी ने कोशिश की तो वह ग़ैर-ब्राह्मणवादी परंपरा रही है।...
ग्राम्शी और आंबेडकर की फासीवाद विरोधी संघर्ष में भूमिका
डॉ. बी.आर. आंबेडकर एक विरले भारतीय जैविक बुद्धिजीवी थे, जिन्होंने ब्राह्मणवादी वर्चस्व को व्यवस्थित और संरचनात्मक रूप से...
मध्य प्रदेश : विकास से कोसों दूर हैं सागर जिले के तिली गांव के दक्खिन टोले के दलित-आदिवासी
बस्ती की एक झोपड़ी में अनिता रहती हैं। वह आदिवासी समुदाय की हैं। उन्हें कई दिनों से बुखार...
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