स्त्रियों के जैसे ही भारत के बहुसंख्यक वर्ग ओबीसी को मनु के विधानों ने सभी अधिकारों से वंचित कर ब्राह्मणवादी संस्कृति का गुलाम बनाकर रखा है। फिर भी ओबीसी समाज मनुस्मृति का विरोध करने को तैयार नहीं हैं। आखिर इसकी वजह क्या है? बता रहे हैं बापू राऊत